हर आंगन में दीप जलाना , जय जय महावीर
हर एक द्वार पे तुम लिख देना, जय जय महावीर
आते जाते सबको कहना, जय जय महावीर
हर चौराहे को रंग देना, जय जय महावीर
सारे शहर को सजाएंगे, जन्म कल्याणक मनाएंगे (२)
मेरे स्वामी, महावीर स्वामी, वंदे जिनको, हर एक प्राणी
घर घर दीपक प्रगटाएंगे,
ढोल शहनाई बजाएंगे, जन्म कल्याणक मनाएंगे
प्रभु पधारे,मिला जगत को, शांति का वरदान
सत्य,अहिंसा,अनेकांत जैसा गहरा विज्ञान
जियो और जीने दो देता सबको जीवनदान
प्रेम,करुणा,मैत्री भाव है भारत की पहचान
गुरु गौतम और चंदनबाला, चंडकौशिक और गौशाला
है सभीको प्रभु ने तारा, किया समकित का उजाला
प्रभु के उपदेश फैलाएंगे,
ढोल शहनाई बजाएंगे, जन्म कल्याणक मनाएंगे